नेशनल न्यूज़ नेटवर्क: चंडीगढ़
Chandigarh News: चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा का देहांत हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने पीजीआई में अंतिम सांस ली। वे सेक्टर 22 और 16 के पार्षद रह चुके हैं। साल 1990 से प्रदीप राजनीति में सक्रिय थे।
इस दुखद समाचार से पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई है। वे पिछले 2 साल से गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। प्रदीप छाबड़ा की दो बेटियां है। वह 1990 से चंडीगढ़ शहर की राजनीति में सक्रिय थे।
प्रदीप छाबड़ा ने अपना राजनीतिक सफर कांग्रेस पार्टी से शुरू किया था, वह कांग्रेस में भी लंबे समय तक रहे हैं। तीन साल पहले वह कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी को मजबूत करने में छाबड़ा की एवं भूमिका रही है। नगर निगम के पूर्व मेयर के अलावा वह 10 साल तक पार्षद रहे हैं। वे चंडीगढ यूटी क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके साथ ही वह लंबे समय तक ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट में भी काम कर चुके हैं।
प्रदीप छाबड़ा कांग्रेस में पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल के करीबी रहे लेकिन चार साल पहले जब उन्हें अध्यक्ष पद से हटाया गया तो वह बंसल के खिलाफ मोर्चा खोलकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे।
प्रदीप छाबड़ा चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी के सह प्रभारी भी रह चुके हैं। आम आदमी पार्टी में शामिल होने पर उन्होंने अरविंद केजरीवाल के सामने यह शर्त रखी थी कि आम आदमी पार्टी नगर निगम का चुनाव लड़ेगी। जब छाबड़ा आम आदमी पार्टी में आए तो तभी पहली बार पार्टी ने तीन साल पहले नगर निगम का चुनाव लड़ा। साल 2021 में हुए नगर निगम चुनाव में प्रदीप छाबड़ा के कारण ही आम आदमी पार्टी के सबसे ज्यादा पार्षद जीते थे।
इस बार चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन करवाने में भी छाबड़ा की अहम भूमिका रही थी।