रमेश कंवर: मनाली
Devlok: पर्यटक नगरी मनाली की नैसर्गिक वादियों के बीच 15 मील में बना देवलोक सांस्कृतिक केंद्र, यहां आने वाले सैलानियों को पूरे हिमाचल की संस्कृति के रूबरू तो करवाएगा। पर्यटक यहां आकर कुल्लवी नाटी सहित, यहां की स्थानीय एवं हिमाचली व्यंजनों का आनंद ले सकेंगे और यह की वेशभूषा से परिचित भी होंगे और पारंपरिक परिधान खरीद भी सकेंगे।
प्रकृति की गोद में कल कल बहती ब्यास की जलधारा के बीच शादी के बंधन मे बंधने के लिए भी लोग यहां आ सकते हैं।
देवलोक के महाप्रबंधक दीपज्योति ने बताया कि हिमाचल सांस्कृतिक तौर पर बहुत समृद्ध है और यहां आने वाले पर्यटक कई मायनों में यहां के नैसर्गिक सुंदरता का पूरा आनंद नहीं उठा पाते है। इसलिए देवलोक में दिखाए जाने शो फ्लाई ओवर हिमाचल और स्पिरिट ऑफ हिमाचल के माध्यम से पर्यटक पूरे प्रदेश की संस्कृति और भ्रमण का आनंद ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि देवलोक का मुख्य उद्देश्य हिमाचली संस्कृति को देश के कोने कोने तक पहुंचना है।
देवलोक के कॉरपोरेट अफेयर्स प्रमुख शिवम् चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मनाली के बारे में फैलाई जाने वाली गलत भ्रांतियों और पुराने वीडियोस जो सोशल मीडिया पर चल रहे है उनपर सख्ती से चेक होना चाहिए ताकि पर्यटकों को मनाली के बारे में गलत सूचनाएं न मिलें। उन्होंने कहा कि देवलोक में जल्द ही गोल्फ कोर्स भी शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि देवलोक मैरिज डेस्टिनेशन की ओर भी आगे बढ़ रहा है। स्थानीय लोग भी यहां शादी व अन्य कार्यक्रम आयोजित कर सकेंगे। पर्यटकों को हिमाचली संस्कृति से रूबरू करवाने के बाद देवलोक मैरिज डेस्टिनेशन की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने बताया कि देवलोक में पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों के लिए भी तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई गईं हैं। शादी व अन्य कार्यक्रम का भी यहां पर आयोजन किया जा सकता है। स्थानीय लोगों को कार्यक्रम के आयोजन के लिए खास प्रबंध किये जाएंगे।