सोमसी देष्टा: शिमला
Himachal Cloudburst: हिमाचल प्रदेश के मंडी में 31 जुलाई को बादल फटने से तबाही के बाद नौवें दिन (शुक्रवार) को भी लापता लोगों को ढूंढ़ने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।
सर्च ऑपरेशन के नौवें दिन सुन्नी डैम के नजदीक दोघरी क्षेत्र में चार व नोगली में एक शव बरामद हुआ। इनमें दो शव पुरुषों के हैं जबकि एक शव लड़की (14 से 15 साल) का है। एक अन्य शव क्षत-विक्षत मिला है, जो महिला का बताया जा रहा है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेज दिया गया है।
नोगली में बरामद शव की शिनाख्त हो गई है। मृतक की पहचान कल्पना कुमारी पत्नी जयसिंह के तौर पर हुई है। मृतक महिला ग्रीनको हाइड्रो प्रोजेक्ट में कार्यरत थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए रामपुर अस्पताल भेजा जा रहा है।
बता दें कि रामपुर के समेज कस्बे में 31 जुलाई की रात को आई बाढ़ में कल्पना अपने दो बच्चों के साथ बह गई थी। इससे पहले 30 जुलाई को कल्पना ने एक रील बनाई थी, जो आजकल खूब वायरल हो रही है। इस रील में कल्पना ने कहा था कि, ‘लोग कहते हैं कि काम कर लो, नहीं मौत आती, अगर आ गई तो। मैं इतना बड़ा रिस्क कैसे ले लूं, अपनी जान के साथ। अगर मैंने काम किया और आ गई मौत फिर, मैंने तो जिंदगी में कुछ नहीं देखा अभी।’ इस रील बनाने के अगले ही दिन कल्पना के साथ ऐसा हादसा पेश आ गया, जिसने उसकी और उसके दो मासूम बच्चों की जिंदली लील ली।
सतलुज में अब तक 15 शव मिल चुके हैं। सतलुज बेसिन में कुल 43 लोग लापता थे। इनमें 36 लोग समेज और 7 लोग कुल्लू के बागीपुल से लापता हुए हैं।
उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने बताया कि समेज में खोदाई का कार्य पूरा होने के बाद अब शवों की तलाश के लिए जिला पुलिस की टीम ने घटनास्थल से 124 किलोमीटर दूर दोघरी तक नदी कि किनारों में तलाशी अभियान शुरू किया है। इस अभियान में जिला शिमला की पुलिस के साथ ही प्रदेश पुलिस, एनडीआरएफ और होमगार्ड के जवान भी जुटे हैं।
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