रमेश कंवर: उदयपुर (लाहुल स्पीती)
Himachal News: लाहुल स्पीती जिला की म्याड़ घाटी के करपट नाले में बाढ़ आने से ग्रामीणों की 13 बीघा के करीब कृषि भूमि में गाद भर गई है। बाढ़ से फसलों को भी नुकसान हुआ है। शनिवार शाम 7:30 बजे ग्राम पंचायत टिंगरिट के करपट गांव में नाले में आई अचानक बाढ़ के कारण ग्रामीणों ने भाग कर अपनी जान बचाई।
बाढ़ से लगभग ढाई करोड़ के करीब संपत्ति का नुकसान आँका गया है, नाले में आई बाढ़ के कारण चार सिंचाई कुहलें क्षतिग्रस्त हुई और पशु औषधालय भवन को भी नुकसान हुआ है। इसके अतिरिक्त दो सार्वजनिक शौचालय को भी नुकसान हुआ और प्राथमिक विद्यालय के भवन को भी बाढ़ से नुकसान हुआ है। अन्य सरकारी संपत्ति के नुकसान का भी डिटेल जायजा लिया जा रहा है।
एसडीएम उदयपुर केशव राम ने बताया कि सभी ग्रामीणों को सुरक्षित स्थलों पर शिफ्ट कर दिया गया है और जान माल का कोई भी नुकसान नहीं हुआ है और 35 परिवारों के लिए रहने,खाने और ठहरने की समुचित व्यवस्था की गई है।
घटना की सूचना मिलते ही रविवार सुबह स्थानीय विधायक अनुराधा राणा भी करपट गांव में पहुंची और उन्होंने दौरा कर नुकसान का जायज़ा लिया। विधायक अनुराधा राणा ने बताया कि लोगों के खेत व फसल के नुकसान के अलावा कुछ सरकारी भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं और फसल व खेतों के नुकसान के एवज में उचित मुआवजा राशि जल्द प्रदान करवाई जाएगी साथ ही खेतों की सिंचाई व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाए रखने के लिए भी जल शक्ति व ब्लॉक विभाग को उचित दिशा निर्देश दे दिए गए हैं।
हालांकि प्रशासन की टीम पिछली रात से मौके पर मौजूद है और फौरी राहत के तौर पर रिलीफ शेल्टर, राशन सामग्री, पानी की उपलब्धता आदि की व्यवस्था कर ली गई है और अन्य मांगों को भी पूरा करने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं।
विधायक अनुराधा राणा ने किया मूलिंग पुल से ठग शिपटिंग संपर्क मार्ग भूमि पूजन
लाहौल स्पीति की विधायक अनुराधा राणा ने ग्राम पंचायत मूलिंग के सम्पर्क मार्ग मूलिंग पुल से ठग शिपटिंग संपर्क मार्ग का विधिवत रूप से भूमि पूजन किया। लगभग डेढ़ किलोमीटर संपर्क मार्ग पर 1 करोड़ 66 लाख की अनुमानित धनराशि से निर्माण होगा और लोगों को कृषि व बागवानी उपज को मंडीयों तक पहुंचने में आसानी रहेगी।
इस दौरान विधायक अनुराधा राणा ने कहा कि जिला लाहौल स्पीति के सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्पित है और लोगों को सड़क, शिक्षा, बिजली, पानी और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रदान करवाना मेरी प्राथमिकता में शुमार है।
इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को भी सुना और अधिकांश समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया तथा शेष को जल्द निपटारे के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया।