Himachal Pradesh Cloudburst: चौथे दिन भी सर्च ऑपरेशन जारी, तेरंग में लापता मां-बेटी के शव मिले, बाढ़ में बहे 43 लोगों का सुराग नहीं, समेज गांव में खोजी कुते और लाइव डिटेक्टर डिवाइस की ली जा रही मदद

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रमेश कंवर : शिमला

Himachal Pradesh Cloudburst: हिमाचल प्रदेश के मंडी में 31 जुलाई को बादल फटने से तबाही के बाद लापता लोगों को ढूंढ़ने के लिए सर्च अभियान चौथे दिन भी जारी है। प्रदेश में छह जगह बादल फटने की घटना चौथे दिन भी 43 लोग लापता है। अब तक केवल 10 शव ही मिल बरामद हुए हैं।

गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में 31 जुलाई को मध्यरात्रि बादल फटने और भारी बारिश से आई प्रलयकारी बाढ़ से शिमला, मंडी, कुल्लू और लाहौल में मानव जीवन और संपत्ति को बहुत नुकसान पहुंचा है। इस हादसे में 53 लोग लापता हो गए थे जिनमें से अब तक 10 शव बरामद हुए हैं जबकि 43 लोग अभी भी लापता हैं। इसके आलावा पैदल चलने योग्य 14 पुल, 115 घर, 23 गोशालाएं, 10 दुकानें और मछली फार्म की तीन दुकानें तबाह हो गई हैं।

समेज: रामपुर के समेज में चार प्रवासी मजदूर, ग्रीनको समेज परियोजना के सात कर्मचारी, 22 स्थानीय लोगों सहित 36 लोग लापता हो गए हैं। समेज कस्बे में बाढ़ की चपेट में आने से करीब 27 मकान बह गए थे।

कुर्पण खड्ड: निरमंड उपमंडल के तहत आने वाली कुर्पण खड्ड में बाढ़ की चपेट में आने से सात लोग लापता हो गए थे, जिनमें से शुक्रवार को दो लोगों के शव बरामद कर लिए गए थे, जबकि पांच लोग अब भी लापता हैं।

तेरंग: चौहार घाटी के राजबन (तेरंग) में बाढ़ की चपेट में आने से 10 लोग लापता हो गए थे, जिनमें से अब तक आठ शव बरामद हो चुके हैं। दो लोग अभी भी लापता हैं।

सर्च ऑपरेशन: रविवार (4 अगस्त) चौथा दिन

तेरंग गांव में मिले लापता मां-बेटी के शव

मंडी जिला तेरंग गांव में सर्च अभियान के दौरान रविवार को लापता मां-बेटी के शव मिले हैं। इससे पहले शनिवार को भी हादसे वाले स्थान पर एक महिला का शव बरामद हुआ था। अब तक 8 शव बरामद हो चुके हैं।

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समेज गांव में खोजी कुते और लाइव डिटेक्टर डिवाइस की ली जा रही मदद

शिमला और कुल्लू की सीमा पर बसे समेज गांव में आई बाढ़ ने पूरे गांव को तबाह कर दिया है। समेज गांव में बादल फटने के बाद से 36 लोग लापता हैं। लापता लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। यहां चौथे दिन लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू दल के जवान जुटे हुए हैं। लापता लोगों को ढूंढने के लिए चलाए सर्च ऑपरेशन में छह पोकलेन मशीनें, लाइव डिटेक्टर डिवाइस और स्निफर डॉग के साथ करीब 300 जवान लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। मौके पर एसडीएम रामपुर निशांत तोमर तैनात हुए हैं। जिला प्रशासन ने मलबा हटाने के लिए अतिरिक्त छह मशीनें मंगवाई हैं। परिजन भी तलाशी अभियान में जुटे हैं। बादल फटने से आए पानी और मलबे के कारण लापता लोगों को तलाश करना मुश्किल बना हुआ है। करीब 250 जवानों का रेस्क्यू दल लापता लोगों की तलाश में जुटा है।

 

कुर्पण खड्ड में पांच लोगों की तलाश में जुटे 120 जवान

निरमंड उपमंडल के तहत आने वाली कुर्पण खड्ड में बाढ़ आने के कारण बागीपुल, केदस और ढरोपा में भारी तबाही मची थी। बाढ़ की चपेट में आने से सात लोग लापता हो गए थे, जिनमें से दो लोगों के शव बरामद कर लिए गए थे, जबकि पांच लोग अब भी लापता हैं। लापता लोगों की तलाश में एसडीआरएफ, होमगार्ड, सीआईएसएफ, पुलिस, बटालियन और स्थानीय लोग जुटे हुए हैं। करीब 120 जवान कुर्पण खड्ड के चप्पे चप्पे पर लापता हुए लोगों की तलाश कर रहे हैं। लेकिन अब तक लापता हुए लोगों का कोई सुराग नहीं लग पाया है।

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