Kargil Vijay Diwas: पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने नायकों को दी श्रद्धांजलि

2 महीने पहले
Kargil Vijay Diwas

रमेश कंवर: मनाली

Kargil Vijay Diwas: भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री, श्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर मनाली मंडल द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने 1999 की कारगिल जंग के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। गोविंद सिंह ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा आज के दिन भारतीय सेना ने यह घोषणा की थी कि कारगिल की चोटियों से दुश्मनों को भगा दिया गया है और जितने पाकिस्तानी सैनिक और घुसपैठी थे उन सभी को मार गिराया गया है। यह हमारी सेना के अदम्य साहस और शौर्य का प्रतीक है।

गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि आज से 25 वर्ष पूर्व लड़े गए कारगिल युद्ध की गाथा हमारे देश के संघर्ष और वीरता की महत्वपूर्ण कहानी है। यह आवश्यक है कि हमारी आने वाली पीढ़ी इस संघर्ष गाथा को जाने और समझे, ताकि उन्हें अपने देश के वीर सैनिकों के बलिदान और संघर्ष का महत्व पता चल सके।

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भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि भारतीय राजनीति के एक महान नेता, स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने देश को एक नई दिशा दी जब उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। 1998 में, वाजपेयी सरकार ने पोखरण में परमाणु परीक्षण कर भारत को परमाणु शक्ति संपन्न देश बना दिया। यह कदम न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए था, बल्कि देश की स्वायत्तता और संप्रभुता को भी सुदृढ़ करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था। पोखरण बम विस्फोट के बाद, अमेरिका सहित कई पश्चिमी देशों ने भारत पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए। इन प्रतिबंधों का उद्देश्य भारत को दबाव में लाना और उसकी परमाणु नीति को प्रभावित करना था। परंतु, अटल बिहारी वाजपेयी और उनकी सरकार ने देश की संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं किया और आत्मनिर्भरता के मार्ग पर आगे बढ़ने का संकल्प लिया।

पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कारगिल की बर्फीली चोटियों पर तिरंगा फहराने में हमारे वीर सपूत शहीद कैप्टन सौरभ कालिया और कांगड़ा जिले के पालमपुर के रहने वाले शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा ने अपने अदम साहस का परिचय देते गए दुश्मन को कारगिल से खदेड़ दिया था। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के समय भारतीय सेना रोहतांग से होकर गई थी और उसे समय ईश्वर की कृपा से रोहतांग में बर्फ नहीं थी और यह कारगिल युद्ध के दौरान एक सबसे बड़ी चुनौती थी। उन्होंने कहा कि उस समय प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई ने कहा था कि यदि कारगिल में देश की सीमाओं को सुरक्षा करना है रोहतांग में एक टनल का निर्माण होना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आज अटल टनल रोहतांग हमारी सेना को कारगिल तक जाने के लिए एक मील का पत्थर साबित हो रही है।उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट 2024-25 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रक्षा मंत्रालय को करीब 6.22 लाख करोड़ रुपये का बजटीय आवंटन किया है जो अन्य सभी मंत्रालयों की तुलना में सबसे अधिक है।

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इस अवसर पर उपस्थित भूतपूर्व सैनिकों को पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने भाजपा मनाली मंडल की तरफ से टोपी व शॉल पहनाकर सम्मानित किया गया। वहीं सेवानिवृत्त सूबेदार डुघलू राम,सब इंस्पेक्टर चुनी लाल और धर्म पाल नेगी ने अपने अनुभवों को साझा किया।इस कार्यक्रम में लगभग 25 भूतपूर्व सैनिक उपस्थित रहे।

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