Paris Olympics: पेरिस ओलंपिक से भारत की स्टार रेस्लर विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनका वजन 50 किलोग्राम से मेल नहीं खा रहा था। ऐसे में अब विनेश फोगाट फाइनल में हिस्सा नहीं ले पाएंगी और न ही उन्हें कोई मेडल मिलेगा। इस भार वर्ग का गोल्ड मेडल यूएएस की रेस्लर को मिलेगा और कांस्य पदक के लिए मैच होगा।
बता दें कि पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट ने शानदार प्रदर्शन करते हुए वर्ल्ड की नंबर वन रेसलर को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी और सेमीफाइनल में भी जीत दर्ज कर फाइनल में पहुंचकर भारत के लिए मेडल पक्का किया था।
इस प्रतियोगिता में सभी श्रेणियों के लिए हर सुबह वजन लिया जाता है, यदि कोई खिलाड़ी वजन नहीं कराता है तो उसे प्रतियोगिता से बाहर रखा जाता है। उनका वजन सुबह 7 बजकर 15 मिनट और फिर साढे सात बजे लिया गया और वजन सौ ग्राम ज्यादा पाया गया जिससे उन्हें अयोग्य माना गया है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को 50 किलो वजन वर्ग में वह कुश्ती के तीन मुकाबले जीतकर फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर लिखा यह सन्देश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, “विनेश, आप चैंपियनों में चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा हैं। आज का झटका दुखदाई है। काश शब्द उस निराशा की भावना को व्यक्त कर पाते जो मैं अनुभव कर रहा हूं। साथ ही, मैं जानता हूं कि आप जुझारूपन का प्रतीक हैं। चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है। मजबूत होकर वापस आइए! हम सब आपके साथ हैं।”
खेल मंत्री का बयान
खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में इस बारे में दिए एक बयान में बुधवार को कहा कि विनेश का वजन 50 किलो 100 ग्राम पाया गया इसलिए उन्हें अयोग्य घोषित किया गया है। स्पर्धा के लिए वजन निर्धारित 50 किलोग्राम होना अनिवार्य है लेकिन फोगाट का वजन सौ ग्राम ज्यादा पाया गया इसलिए उन्हें बाहर किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले को भारत सरकार ने अत्यंत गंभीरता से लिया है। भारतीय ओलंपिक संघ ने अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ से इसका कड़ा विरोध किया है। भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा भी पेरिस में है और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे इस बारे में बात की है और उचित कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने उनकी आवश्यकता के अनुसार विनेश फोगाट को सारी मदद उपलब्ध कराई है। उन्हें विश्व स्तर के कोच उपलब्ध कराए गए हैं। सरकार ने उन्हें अपने क्षेत्र के विशेषज्ञों की मदद दी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें हर तरह से सहायता दी है और पेरिस ओलम्पिक के लिए सरकार ने उन्हें 70 लाख 45 हजार 775 रुपए की वित्तीय सहायता दी है। उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलंपिक चक्र के लिए उनहें 11398224 रुपए की मदद दी गई थी।
फोगाट को न्याय दिलाने के लिए जरूरी प्रयास करे सरकार: कांग्रेस
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तथा पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि महिला पहलवान विनेश फोगाट का पेरिस ओलम्पिक में अपने खेल के फाइनल राउंड में तकनीकी आधार पर अयोग्य घोषित किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है और भारतीय ओलम्पिक संघ को इस मुद्दे को मजबूती से उठाकर देश की बेटी को न्याय दिलाना चाहिए। खड़गे ने कहा, “भारत की शान विनेश फोगाट ने विश्व चैंपियन को हराया लेकिन तकनीकी कारणों से उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया है। वह बहुत कुछ झेल चुकी है। न्याय के लिए फुटपाथ पर विरोध प्रदर्शन से लेकर ओलंपिक के शिखर मंच पर पहुंचने तक, उनके साथ जो हुआ वह बेहद दुखद है।”